चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों
"चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों" एक भक्ति गीत है, जो भगवान शिव
की महिमा और उनकी पूजा के महत्व को प्रस्तुत करता है। इस गीत में शिवजी के मंदिर
में जाकर उनकी पूजा करने की प्रेरणा दी गई है, ताकि
भक्त अपने जीवन को शुद्ध और पवित्र बना सकें। गीत का केंद्रीय संदेश है कि भगवान
शिव के चरणों में श्रद्धा और भक्ति से जीवन में शांति, शक्ति
और मुक्ति प्राप्त होती है।
गीत की शुरुआत होती
है भक्तों को शिव शंकर के मंदिर जाने और उनके चरणों में सिर झुका कर उनका भजन करने
के लिए प्रेरित करने से। गीत में यह बताया गया है कि अगर कोई भक्त शिवजी के नाम का
जाप करता है और उनके भजन गाता है, तो वह
अपने तन-मन को गंगा की तरह पवित्र कर सकता है। शिवजी की पूजा करने से जीवन में
मुक्ति का मार्ग खुलता है, क्योंकि यह संसार केवल झूठी
माया का बंधन है, और शिव की शरण में आने से ही आत्मा को
शुद्धि और शांति मिलती है।
गीत में भगवान शिव
के नाम का जाप करने की शक्ति और महत्व को बताया गया है, जिससे न केवल आत्मा को शांति मिलती है, बल्कि व्यक्ति को शक्ति, दया और कृपा भी
प्राप्त होती है। "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का उच्चारण करने से
व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और वह अपने जीवन को सच्चे
मार्ग पर चला सकता है।
गीत में यह भी कहा
गया है कि भगवान शिव का दयालु रूप और उनकी कृपा की छांव हमें हर कठिनाई से उबार
सकती है। शिव की पूजा करने से मनुष्य अपने जीवन को सफल और सार्थक बना सकता है। जो
व्यक्ति सच्चे दिल से भगवान शिव की पूजा करता है, वह न केवल आत्मिक उन्नति पाता है, बल्कि उसका
जीवन भी मंगलमय और समृद्ध होता है।
1. शिव की भक्ति से जीवन की पवित्रता: गीत में यह संदेश दिया गया है कि भगवान शिव की पूजा से हमारे तन और मन की
शुद्धि होती है, जैसे गंगा नदी का पानी शुद्ध करता है।
2. मुक्ति का मार्ग: संसार में जो माया का बंधन है, शिव शंकर के मंदिर में जाकर और उनका ध्यान करके इस बंधन से मुक्ति पाई जा
सकती है।
3. शक्ति और कृपा का आशीर्वाद: शिव जी का नाम लेने से व्यक्ति को शक्ति और दया प्राप्त होती है, और उनकी कृपा से जीवन में सभी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं।
4. आध्यात्मिक उन्नति: शिव शंकर
की पूजा और उनके भजन से आत्मा को शुद्ध किया जा सकता है, और यही मार्ग व्यक्ति को मोक्ष की ओर ले जाता है।
5. सच्ची भक्ति का महत्व: जो व्यक्ति
अपने तन-मन से शिव का पूजारी बनता है और उनकी भक्ति करता है, वह जीवन में सफलता और संतोष पाता है।
यह गीत भगवान शिव
के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करता है, और उनके आशीर्वाद से जीवन को सफल और संतुलित बनाने की प्रेरणा देता है। "चलो
शिव शंकर के मंदिर में भक्तों" गीत भक्तों को शिव की पूजा करने, उनके नाम का जाप करने और जीवन में शिव के आशीर्वाद से शांति और उन्नति
प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
शिवजी के चरणों में
सर को झुकाए
करें अपने तन-मन को
गंगा सा पावन
करें अपने तन-मन को
गंगा सा पावन
जपे नाम शिव का, भजन इनके गाएँ
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
ये संसार है झूठी
माया का बंधन
शिवालय में मारग है
मुक्ति का भक्तों
(ॐ नमः शिवाय
नमो)
महादेव का नाम लेने
से हर दिन
मिलेगा हमें दान
शक्ति का भक्तों
मिट्टी में मिट्टी
की काया मिलेगी
मिट्टी में मिट्टी
की काया मिलेगी
चलो आत्मा को तो
कुंदन बनाए
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
कहीं भी नहीं अंत
उसकी दया का
करें वंदना उस
दयालु पिता की
(ॐ नमः शिवाय
नमो)
हमें भी मिले छाँव
उसकी कृपा की
हमें भी मिले भीख
उसकी दया की
लगाकर समाधि करें
शिव का सुमिरन
लगाकर समाधि करें
शिव का सुमिरन
यूँ सोए हुए भाग
अपने जगाएँ
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
करें सबका कल्याण
कल्याणकारी
भरे सबके भंडार
त्रिनेत्रधारी
(ॐ नमः शिवाय
नमो)
कोई उसको जग में
कमी ना रहेगी
बनेगा जो तन-मन से
शिव का पुजारी
करे नाम लेकर सफ़ल
अपना जीवन
करे नाम लेकर सफ़ल
अपना जीवन
ये अनमोल जीवन यूँ
ही ना गवाएँ
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
शिवजी के चरणों में
सर को झुकाए
करें अपने तन-मन को
गंगा सा पावन
जपे नाम शिव का, भजन इनके गाएँ
चलो शिव शंकर के
मंदिर में भक्तों
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