शिव-शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
"भोले शंकर की पूजा करो" एक भक्ति गीत है जो भगवान शिव की महिमा और उनके भक्तों के प्रति अनुग्रह
को प्रस्तुत करता है। इस गीत में भगवान शिव को "भोले शंकर" के रूप में
चित्रित किया गया है, जो दीन-दुखियों के रक्षक, जगत के पिता और सभी प्राणियों के पालनहार हैं। यह गीत भगवान शिव के दिव्य
रूप और उनके प्रति भक्ति के महत्व को दर्शाता है।
गीत की शुरुआत होती
है भगवान शिव की पूजा और भक्ति की महिमा के वर्णन से। इसमें बताया गया है कि जो
व्यक्ति भगवान शिव की पूजा करता है, उसका उद्धार होता है और वह अंतकाल में भव-सागर (जीवन के बंधन) से पार हो
जाता है। भगवान शिव का ध्यान और पूजा करने से उनके चरणों में शरण लेने वाले भक्त
को सुख, शांति और मोक्ष मिलता है।
गीत में शिव की
दयालुता, उनका भक्तों के प्रति प्रेम और
उनके शक्ति देने वाले स्वरूप का उल्लेख है। भगवान शिव को "डमरू वाला"
कहा गया है, जो अपनी डमरू की आवाज से सृष्टि को संचालित
करते हैं। वह दीन-दुखियों के संकटों का निवारण करते हैं और उनके जीवन में आशा की
किरण होते हैं। इस गीत में शिव की महिमा का बखान किया गया है, जिसमें उनके नाम की पूजा से विशेष लाभ और वरदान की बात की गई है।
भगवान शिव का नाम "महादेव"
है, और सभी देवता उनकी वंदना करते
हैं, क्योंकि उनका नाम और पूजा से ही मनुष्य को शक्ति
और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। इस गीत में यह भी कहा गया है कि शिव की पूजा से हर
प्राणी, चाहे वह नाग हो, असुर
हो या सामान्य प्राणी हो, उसे उनका आशीर्वाद और उपकार
प्राप्त होता है। शिव की पूजा से ही भक्तों का उद्धार और कल्याण होता है।
- भगवान शिव के प्रति भक्ति से जीवन के सभी कष्टों
का निवारण होता है।
- शिव की पूजा से आत्मा को शांति मिलती है और
भक्तों को जीवन के हर मोड़ पर सहारा मिलता है।
- भगवान शिव का दयालु रूप और उनका प्रेमपूर्ण
आशीर्वाद भक्तों को अपने जीवन में शक्ति और प्रेरणा प्रदान करता है।
- "भोले शंकर की पूजा करो" का
संदेश है कि अगर कोई सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करता है, तो उसका उद्धार निश्चित होता है, और वह
भव-सागर से पार हो जाता है।
यह गीत शिव की
भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा को प्रकट करने का एक प्रभावी माध्यम है, जो श्रोताओं को भगवान शिव के साथ जुड़ने और उनकी कृपा
प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
शिव-शंकर को जिसने
पूजा उसका ही उद्धार हुआ
शिव-शंकर को जिसने
पूजा उसका ही उद्धार हुआ
अंतकाल को भव-सागर
में उसका बेड़ा पार हुआ
भोले शंकर की पूजा
करो, ध्यान चरणों में इसके धरो
भोले शंकर की पूजा करो, ध्यान चरणों में इसके धरो
डमरू वाला है जग
में दयालु बड़ा
दीन-दुखियों का
दाता, जगत का पिता
डमरू वाला है जग
में दयालु बड़ा
दीन-दुखियों का
दाता, जगत का पिता
सब पे करता है ये
भोला शंकर दया
सबको देता है ये
आसरा
सबको देता है ये
आसरा
इन पावन चरणों में
अर्पण आकर जो इक बार हुआ
अंतकाल को भव-सागर
में उसका बेड़ा पार हुआ
नाम ऊँचा है सबसे
महादेव का
वंदना इसकी करते
हैं सब देवता
नाम ऊँचा है सबसे
महादेव का
वंदना इसकी करते
हैं सब देवता
इसकी पूजा से वरदान
पाते हैं सब
शक्ति का दान पाते
हैं सब
शक्ति का दान पाते
हैं सब
नाग, असुर, प्राणी सब पर ही भोले
का उपकार हुआ
नाग, असुर, प्राणी सब पर ही भोले
का उपकार हुआ
अंतकाल को भव-सागर
में उसका बेड़ा पार हुआ
शिव-शंकर को जिसने
पूजा उसका ही उद्धार हुआ
शिव-शंकर को जिसने
पूजा उसका ही उद्धार हुआ
अंतकाल को भव-सागर
में उसका बेड़ा पार हुआ
भोले शंकर की पूजा
करो, ध्यान चरणों में इसके धरो
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