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मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

शिव नाम से हैं जगत में उजाला

 शिव नाम से हैं जगत में उजाला

"हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ" एक भक्ति गीत है जो भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करता है। इस गीत में भक्‍त अपने दिल की गहराई से शिवजी की महिमा का गुणगान कर रहे हैं और उन्हें अपनी पूजा-अर्चना समर्पित कर रहे हैं।

गीत के प्रमुख भावनात्मक बिंदुओं को इस प्रकार समझा जा सकता है:

1.      शिवजी की महिमा और शक्ति: गीत में यह बताया गया है कि भगवान शिव न केवल इस संसार के स्वामी हैं, बल्कि वे त्रिलोक में सर्वोच्च हैं। उनकी शक्ति अपार है और वे हर जीव के भीतर विद्यमान हैं।

2.      भक्त की श्रद्धा: गीत में भक्‍त शिवजी के चरणों में अपने जीवन को अर्पित करने की बात करता है। बेल पत्र और श्रद्धा सुमन के रूप में भक्‍त अपनी निष्ठा और समर्पण को व्यक्त करता है।

3.      आध्यात्मिक आशीर्वाद: भगवान शिव से भक्‍त अपनी जिन्‍दगी में सुख, शांति और ज्ञान की प्राप्ति की कामना करता है। वे चाहते हैं कि शिवजी उन्हें प्रेम और समझ का वरदान दें, ताकि वे जीवन को सही तरीके से जी सकें।

4.      शिव की कृपा: गीत में यह भी कहा गया है कि भगवान शिव ने अपने भक्तों को बल दिया है, चाहे वे निर्बल हों या अज्ञानी, शिवजी ने उन्हें शक्ति और ज्ञान प्रदान किया है।

कुल मिलाकर, यह गीत भगवान शिव के प्रति असीम श्रद्धा, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। इसमें एक भक्त अपनी आत्मा से शिवजी की पूजा करता है और उनसे जीवन के उद्देश्य को समझने तथा आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करता है।

शिव नाम से हैं जगत में उजाला
हरी भक्तो के हैं मैं में शिवाला

हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू
श्रद्धा सुमन मेरा मैं बेल पतरी, जीवन भी अरपन कर दू
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू
श्रद्धा सुमन मेरा मैं बेल पतरी, जीवन भी अर्पण कर दू ...
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू

जग का स्वामी है तू अन्तर्यामी है तू
मेरे जीवन की अंतिम कहानी है तू
तेरी शक्ति अपार तेरा पावन है द्वार
तेरी पूजा ही मेरा जीवन आधार, धुल तेरे चरणों की लेकर
जीवन को साकार किया, हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ
तीनो लोक में तू ही तू

मन में है कामना और कुछ जानू न, ज़िन्दगी भर करू तेरी आराधना
सुख की पहचान दे तू मुझे ज्ञान दे
प्रेम सबसे करू ऐसा वरदान ने
तूने दिया बल निर्बल को, अज्ञानी को ज्ञान दिया
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू
श्रद्धा सुमन मेरा मैं बेल पतरी, जीवन भी अर्पण कर दू ...
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू

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